AABSLM

हमारी साइट में अपने समाचार सबमिट के लिए संपर्क करें

शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन सेवाओं सहित विकास को तरस रहा है रानियां: गोबिंद कांडा

Vijay Yadav abslm  14/10/2019 


        हलके की बदहाली के लिए दलबदलू विधायक जिम्मेवार
रानियां। धान उत्पादन में सर्वप्रथम आने वाले क्षेत्र को डार्क ज़ोन में धकेलनें में अधिकारियों के साथ-साथ यहां से जीतकर विधानसभा पहुंचने वाले सभी जिम्मेवार हैं, क्योकि जनप्रतिनिधि का काम होता है कि वह इलाके की समस्या को विधानसभा में उठाए और सरकार पर समस्या के समाधान के लिए दबाव डाले। परंतु रानियां के लोगों की आवाज विधानसभा में उठाने की कभी किसी ने कोशिश नहीं की। यही कारण है कि आज रानियां की हजारों एकड़ भूमि डार्क ज़ोन में घोषित कर दी गई है। क्योंकि यहां का भू-जलस्तर सैंकड़ो फुट नीचे चला गया है। जिसके कारण किसानों को सिंचाई के लिए अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जीत के बाद एक भी समस्या इस क्षेत्र में नहीं रहने दी जाएगी। राजनीति हमारे लिए जन सेवा का माध्यम है।
यह बात हरियाणा लोकहित पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं रानियां सीट से पार्टी उम्मीदवार गोबिंद कांडा ने हलका के गांव फतेहपुररियां नियामत खा में जनसम्ंपर्क अभियान के दौरान एक जनसभा में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहें। उन्होंने नानुआना,  ढाणी लहरावाली, और धोतड का दौरा किया और लोगों को संबोधित करते हुए 21 अक्तूबर को ईवीएम पर हलोपा के चुनाव चिन्ह शिप (पानी का जहाज) के सामने वाला बटन दबाने की अपील की। उन्होंने कहा कि उनकी जीत क्षेत्र के विकास की जीत होगी और विकास की ऐसी इबारत लिखी जाएगी कि लोग सदा याद करेंगे।  गांन नानुआना में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि  समस्या का समाधान किया जाता है, ताकि जनता को राहत मिले। परंतु यहां पर ठीक इसके विपरित हो रहा है। भू-जलस्तर व सिंचाई के लिए पानी की पर्याप्त व्सवस्था करने की बजाए सरकार ने यहां पर नए ट्यूबवेल कनेक्शन देने पर ही रोक लगा रखी है। कांडा ने कहा कि यदि पूर्ण रुप से नहरी पानी हर खेत में पहुंचे तो किसानों को फसल के लिए कम खर्च करना पड़ेगा। वहीं भू-जलस्तर की समस्या भी हल हो जाएगी। परंतु आपकी समस्या को कोई सरकार के समक्ष बुलंद आवाज में उठाने वाला नहीं था, इस कारण यह हरा-भरा क्षेत्र रेगिस्तान में तबदील होने की कगार पर है।  कांडा ने कहा कि जो लोग न तो विधानसभा में आप लोगों की आवाज उठा सके और न ही आप लोगों के लिए विकास के लिए बजट राशि ला सके, इस तरह के लोगों की कार्यप्रणाली के कारण ही रानियां हलका आज शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन सेवाओं और सडक़ों और गलियों के विकास को तरस रहा है। गोबिंद कांडा ने कहा कि हलके के युवाओं को नशे और चिट्टे के प्रकोप से बचाने के लिए रोजगार का प्रबंध किया जाना जरूरी है। परंतु यहां पर न तो कोई बड़ा उद्योग लगा और  न ही रोजगार के अन्य कोई साधन जुटाए गए, जिस कारण युवा वर्ग लक्ष्य से भटक कर नशे की गर्त में जा रहा है। जनप्रतिनिधि ने भी उच्च शिक्षा का प्रबंध करने की बजाय पन्नीवाला मोटा स्थित एकमात्र इंजीनियरिंग कॉलेज को अपनी निष्क्रियता के कारण बंद होने की कगार पर लाकर खड़ा कर दिया। गोबिंद कांडा ने कहा कि यदि आप लोगों का आशीर्वाद मिला तो पन्नीवाला मोटा कॉलेज को एनआईटी का दर्जा दिलवाया जाएगा और हमारा प्रयास रहेगा कि सिरसा क्षेत्र में आईआईटी संस्थान और एम्स की तर्ज पर अस्पताल स्थापित किया जाए। क्योंकि पूरे हरियाणा में कोई भी आईआईटी संस्थान नहीं है। इसलिए सिरसा के छात्रों को पढऩे के लिए दूर दराज के क्षेत्रों में जाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पन्नीवाला मोटा में जो कॉलेज है, उसमें सभी सुविधाएं उपलब्ध होती और विधायक गुणवत्तापूर्वक शिक्षा प्रदान करने के लिए आप की आवाज उठाते तो यहां पर दाखिला लेने वाले छात्रों की संख्या कई गुणा बढ़ जाती। परंतु ऐसा नहीं हो सका और यहां से बी.टेक करने वाले छात्रों को डीसी रेट पर 10 से 12 हजार रुपए महीने में भी नौकरी करने के लिए जगह-जगह भटकना पड़ रहा है।
गोबिंद कांडा ने कहा कि आने वाली 21 अक्तू बर आप लोग ईवीएम पर शिप (समुद्री जहाज) के निशान के साथ वाला बटन दबाकर रानियां के विकास कार्यों को गति देने के लिए मेरे हाथ मजबूत करें, ताकि मैं विधानसभा में हलके के हकों की आवाज उठा सकूं। इस दौरान अनेक लोगों ने विभिन्न पार्टियां छोडकऱ हलोपा का दामन थाम हलोपा की लोकहित की नीतियों में आस्था जताई। उन्होंने  इन लोगों का हलोपा में शामिल होने पर स्वागत करते हुए कहा कि सभी को पार्टी में पूरा मान सम्मान दिया जाएगा। इससे पूर्व उन्होंने सिरसा विधानसभा क्षेत्र के गांव जोधकां में एक सभा को संबोधित करते हुए हलोपा उम्मीदवार पूर्व गृहराज्यमंत्री गोपाल कांडा के पक्ष में मतदान करने की अपील की।  गांव फतेहपुरिया नियायम खा में जगदीश इटकाना, अहमद भगत, रतिराम पूर्व पंच, रगडाभाट, धर्मवीर इटकान, दारा सिंह, पीरदान, सोहन लाल, सुरजीत, पालाराम, केसराराम, महेंद्रसिंह, सुखदेव भाट, कालूराम, सुरेश, राजजी, राजू, महेंद्र लाल, जगदीश ठेकेदार, जगदीश,  वररूराम, छोटूराम पंच, शंकर, धर्मवीर मिस्त्री, ओमप्रकाश, महेंद्र, रमेश, गांव ढाणी लहरावाली में सरादार स्वर्ण सिंह मोमी, नवजोत सिंह, जरनैल सिंह, बलवंत सिंह, सुखदेव सिंह, कुलवंतसिंह, कुलदीप सिंह, लखविंद्र  सिंह गांव धोतड में सतपाल नंगरदार, कृश्ण सहारण , रमेश सहारण, रघुवीर खिची, साहबराम थोरी, रामकुमार पुनिया, राजेराम झूरिया, पृथ्वीरा गोना, राजेश गोना , बृजलाल झूरिया, राम प्रताप मडाढ, रामप्रताप थोरी, संजय सेठ, कृष्ण थोरी, राजेंद्र राठी,  रोहतक मढाड, विजेंद्रपंच, वजीरचंद पूर्व सरपंच, अमर सिंह नैन, गांव नानुआना में सुखेदव सिंह ठेकेदार, बहादुर सिंह जोशन मिलखराज, निशान सिंह, लखविंद्र सिंह, हरनेक सिंह,  कुलदीप सिंह, वेगराज सिंह, हरविंद्र सिंह, हरी सिंह ढिल्लो आदि गणमान्य लोग मौजूद थे।  

निवेदन :- अगर आपको लगता है की ये लेख किसी के लिए उपयोगी हो सकता है तो आप निसंकोच इसे अपने मित्रो को प्रेषित कर सकते है