ABSLM 01/08/2025
दोस्ती का दम भरने वाले प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को इस पर मजबूत फैसला लेना होगा
- अमेरिका के इस फैसले का टैक्सटाईल उद्योग एवं अन्य उद्योगों पर पड़ रहा प्रतिकूल असर, टैरिफ के विरूद्ध कड़ें कदम उठाएं भारत सरकार : गुलशन डंग
रोहतक, 2 अगस्त। राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गुलशन डंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा भारत पर थोपे गए 25 प्रतिशत टैरिफ की निंदा करते हुए केन्द्र सरकार से अमेरिका का कड़ा विरोध करने और इस फैसले के विरूद्ध मजबूत कदम उठाने की मांग की है। ज्ञात रहें कि हाल ही में अमेरिका द्वारा भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लागू किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप देश के प्रमुख वस्त्र उद्योग केन्द्रों में से एक पानीपत टैक्सटाईल उद्योग के निर्यात में 40 प्रतिशत की गिरावट आई है। भारत पर जानबूझ कर थोपी गई इस टैरिफ नीति ने भारतीय टैक्सटाइल उद्योग को गंभीर संकट में डाल दिया है। हमारी सरकार को अब तत्काल कड़ा कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि यह उद्योग फिर से अपनी स्थिति को मजबूती से हासिल कर सके। उन्होंने कहा कि यह गिरावट भारत के उद्योगपतियों और श्रमिकों के लिए एक गंभीर संकट की ओर इशारा करती है। उन्होंने कहा कि देश के प्रमुख वस्त्र उत्पादक केंद्रों में से एक पानीपत टैक्सटाइल उद्योग इस टैरिफ के कारण संकट से प्रभावित है। इससे न केवल उद्योग की वृद्धि ठप हो रही है, बल्कि यहां के कारीगरों, श्रमिकों और उद्यमियों की आजीविका पर भी खतरा मंडरा रहा है। पानीपत टैक्सटाईल उद्योग भारत में वस्त्र उद्योग एक प्रमुख और सशक्त आर्थिक स्तंभ रहा है। यह न केवल लाखों लोगों को रोजगार देता है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। भारत से निर्यात की गिरावट केवल एक आर्थिक संकट नहीं है, बल्कि यह हमारी वैश्विक स्थिति पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। भारतीय वस्त्र उद्योग को अब वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा के लिए गंभीर रूप से संघर्ष करना पड़ रहा है। ऐसे में, सरकार को जल्द ही यह समझने की जरूरत है कि भारत के टैक्सटाइल उद्योग के लिए इस टैरिफ का बढ़ाना किसी भी प्रकार से लाभकारी नहीं है। विदेशी बाजारों में भारतीय वस्त्र उद्योग को और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए हमें भारत के उद्योगों को अनुकूल नीति देने की आवश्यकता है।
व्यापारी नेता गुलशन डंग ने मांग करते हुए कहा कि भारत सरकार को अमेरिका द्वारा लगाए गए 25 प्रतिशत टैरिफ को लेकर कड़ा कदम उठाना चाहिए। भारत को इस स्थिति से उबारने के लिए त्वरित और प्रभावी उपायों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस स्थिति के दौरान सरकार को वस्त्र उद्योग को कर्ज और करों में छूट प्रदान करनी चाहिए ताकि वह संकट से उबर सके और वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा कर सके। भारत सरकार को वस्त्र उद्योग के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन योजनाओं को लागू करना चाहिए और वस्त्र उद्योग को नवीनतम तकनीक और प्रौद्योगिकी से लैस करने के लिए कदम उठाए जाएं। जिससे उद्योग की उत्पादन क्षमता और गुणवत्ता में वृद्धि हो सके ताकि यह उद्योग वैश्विक बाजार में मजबूती से पैर जमा सके। राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गुलशन डंग ने भारत सरकार से अपील हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से अनुरोध है कि वे इस संकट के समाधान के लिए जल्द से जल्द एक रणनीतिक योजना तैयार करें। वर्तमान समय में भारत का वस्त्र उद्योग कठिन समय से गुजर रहा है, और इसे बचाने के लिए भारत सरकार द्वारा कड़ा निर्णय लेने की आवश्यकता है एवं दोस्ती का दम भरने भरने वाले भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को बड़ी मजबूती के साथ इस पर फैसला लेना होगा।
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