abslm 10/10/2018
उनका यह भी मानना है कि फिल्म ‘आजाद’ को पंजाब के गौरव और शक्ति के तौर पर सलाम करने जरूरत है, क्योंकि यह उन सभी क्रांतिकारियों को एक विनम्र श्रद्धांजलि है, जिन्होंने मातृभूमि के लिए अपना जीवन बलिदान कर दिया। ‘आजाद’ का एकमात्र उद्देश्य और इरादा भुला दिए गए इस नायक के विचारों और दर्शन को विश्व स्तर पर बहुत व्यापक तरीके से फैलाना है। यहां उल्लेखनीय है कि इस फिल्म को बॉम्बे टॉकीज घराना, द लीजेंडरी राजनारायण दुबे और राष्ट्रवादी संगठन आजाद सेना के संस्थापक द्वारा प्रस्तुत की गई है।
कुल मिलाकर प्रबुद्ध दर्शकों के लिए बॉम्बे टॉकीज इस फिल्म के जरिये शानदार वापसी कर रहा है।
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