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गंदे पानी की निकासी व मरे गौवंश को दबाने के प्रबंध की मांगों को लेकर विकलांग गौशाला रक्षा केंद्र ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन।

abslm 16/04/2021 Skmittal सफीदों :



श्री गणेश घायल एवं विकलांग गौशाला रक्षा केंद्र के प्रधान विजेंद्र सैनी की अगुवाई में गौभक्तों द्वारा गंदे पानी की निकासी और मरे हुए गोवंश को दबाने के लिए मदद की मांग को लेकर श्री गणेश घायल एवं विकलांग गौशाला रक्षा केंद्र के पदाधिकारियों ने एक ज्ञापन एसडीएम मनदीप कुमार को सौंपा। ज्ञापन सौंपते हुए गौशाला के प्रधान विजेंद्र सैनी कहा कि पिछले कई सालों से हांसी ब्रांच नहर के साथ उक्त गौशाला घायल पशुओं के लिए एक बड़े अस्पताल का काम कर रही है। इस गौशाला के साथ नगरपालिका की खाली भूमि पड़ी है और सारे सफीदों शहर का गंदा पानी यहां पर आकर इक्ट्ठा हो रहा है और अब यह खाली पड़ी जमीन एक बड़े तालाब का रूप ले चुकी है। प्रशासन की ओर से इस गंदे पानी की निकासी के कोई प्रबंध नहीं किए गए हैं। पानी इकट्ठा होने के कारण यहां पर दलदल बन गई है और इस दलदल में कई बार गौवंश व चारे की ट्राली फंस जाती है, जिनको दूसरे ट्रैक्टरों को बुलाकर निकलवाया जाता है। इस गंदे पानी की वजह से नहर पटरी पर आना-जाना दुरभर हो गया है। साथ ही बताया कि इस गौशाला में केवल वहीं गौवंश आता है तो अत्यंत गंभीर होता है। गौभक्तों की काफी कोशिशों के बावजूद भी गौवंश मौत का शिकार हो जाता है लेकिन इस गौवंश को दबाने के लिए प्रशासन की ओर से कोई सुविधा नहीं है। कोरोना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन से आजतक नगरपालिका द्वारा मरे हुए गौवंश को दबाने के लिए इस गौशाला की कोई मदद नहीं दी जा रही है। 



किसी भी मरे हुए गौवंश को दबाने के लिए जेसीबी से लेकर अन्य सामानों पर हजारों रूपए की राशी खर्च होती है और गौशाला की आर्थिक स्थिति इतनी सुदृढ़ नहीं है कि वह यह खर्च वहन कर सके। किसी तरह से लोगों से आर्थिक मदद लेकर मरे गौवंश को दबाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया कि मरे हुए गोवंश को दबाने व गंदे पानी की निकासी के उचित प्रबंध सुनिश्चित करवाया जाएं।

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