उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में मानसून खासा जोर पकड़ चुका है और जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा की वजह से शारदा, घाघरा, क्वानो और गंगा समेत विभिन्न नदियां एक बार फिर उफान पर हैं। राज्य के विभिन्न जिलों में कम से कम 558 गांवों के लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में मानसून की सक्रियता जारी है और खासकर पूर्वी हिस्सों में इसने ज्यादा जोर पकड़ रखा है। पिछले 24 घंटे के दौरान पूर्वी इलाकों में अनेक स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हुई। इस अवधि में बर्डघाट ःगोरखपुरः तथा उस्काबाजार ःसिद्धार्थनगरः में सबसे ज्यादा 33-33 सेंटीमीटर बारिश रिकार्ड की गयी। इसके अलावा बांसी ःसिद्धार्थनगरः में 21, ककरही ःसिद्धार्थनगरः में 20, रिगौली ःगोरखपुरः में 19, अयोध्या में 17, चंद्रदीपघाट ःगोण्डाः और मुखलिसपुर ःसंत कबीर नगरः में 15-15, बलरामपुर में 14 तथा सुल्तानपुर में 12 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गयी। केन्द्राrय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा के कारण नदियों का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है। शारदा नदी पलियाकलां ःलखीमपुर खीरीः में खतरे के निशान से उढपर बह रही है और इसके जलस्तर में तेजी से इजाफा हो रहा है। तेजी से बढ़ रही घाघरा नदी एल्गिनब्रिज ःबाराबंकीः में लाल निशान से उढपर बह रही है। वहीं, क्वानो नदी भी चंद्रदीपघाट ःगोण्डाः में खतरे के चिह्न को पार कर गयी है। घाघरा अयोध्या और तुर्तीपार ःबलियाः में लाल निशान के नजदीक बह रही है। तुर्तीपार में कल तक इस नदी के खतरे के निशान को पार कर जाने की आशंका है। गंगा नदी फतेहगढ़ और अंकिनघाट ःकानपुर देहातः में, जबकि रामगंगा नदी डाबरी ःशाहजहांपुरः में खतरे के निशान के आसपास बह रही है। इस बीच, राहत आयुक्त कार्यालय से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के 558 गांवों में लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।इनमें लखीमपुर खीरी में 134, बिजनौर में 81, मुजफ्फरनगर में 77, फर्रुखाबाद में 75, मेर" में 71, सीतापुर में 32, अलीगढ़ में 22, रामपुर में 18 गांव, बदायूं में 15, हापुड़ तथा बहराइच में 10-10, फैजाबाद में आ" तथा बाराबंकी में पांच गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।
उत्तर प्रदेश में 558 गांव बाढ़ से प्रभावित
उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्सों में मानसून खासा जोर पकड़ चुका है और जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा की वजह से शारदा, घाघरा, क्वानो और गंगा समेत विभिन्न नदियां एक बार फिर उफान पर हैं। राज्य के विभिन्न जिलों में कम से कम 558 गांवों के लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में मानसून की सक्रियता जारी है और खासकर पूर्वी हिस्सों में इसने ज्यादा जोर पकड़ रखा है। पिछले 24 घंटे के दौरान पूर्वी इलाकों में अनेक स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हुई। इस अवधि में बर्डघाट ःगोरखपुरः तथा उस्काबाजार ःसिद्धार्थनगरः में सबसे ज्यादा 33-33 सेंटीमीटर बारिश रिकार्ड की गयी। इसके अलावा बांसी ःसिद्धार्थनगरः में 21, ककरही ःसिद्धार्थनगरः में 20, रिगौली ःगोरखपुरः में 19, अयोध्या में 17, चंद्रदीपघाट ःगोण्डाः और मुखलिसपुर ःसंत कबीर नगरः में 15-15, बलरामपुर में 14 तथा सुल्तानपुर में 12 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गयी। केन्द्राrय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक जलभरण क्षेत्रों में व्यापक वर्षा के कारण नदियों का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है। शारदा नदी पलियाकलां ःलखीमपुर खीरीः में खतरे के निशान से उढपर बह रही है और इसके जलस्तर में तेजी से इजाफा हो रहा है। तेजी से बढ़ रही घाघरा नदी एल्गिनब्रिज ःबाराबंकीः में लाल निशान से उढपर बह रही है। वहीं, क्वानो नदी भी चंद्रदीपघाट ःगोण्डाः में खतरे के चिह्न को पार कर गयी है। घाघरा अयोध्या और तुर्तीपार ःबलियाः में लाल निशान के नजदीक बह रही है। तुर्तीपार में कल तक इस नदी के खतरे के निशान को पार कर जाने की आशंका है। गंगा नदी फतेहगढ़ और अंकिनघाट ःकानपुर देहातः में, जबकि रामगंगा नदी डाबरी ःशाहजहांपुरः में खतरे के निशान के आसपास बह रही है। इस बीच, राहत आयुक्त कार्यालय से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश के 558 गांवों में लाखों लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।इनमें लखीमपुर खीरी में 134, बिजनौर में 81, मुजफ्फरनगर में 77, फर्रुखाबाद में 75, मेर" में 71, सीतापुर में 32, अलीगढ़ में 22, रामपुर में 18 गांव, बदायूं में 15, हापुड़ तथा बहराइच में 10-10, फैजाबाद में आ" तथा बाराबंकी में पांच गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।
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