Abslm 26/12/2020 लक्ष्मण सिंह स्वतंत्र
बैठक के दौरान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गुलशन ढंग ने नए कृषि कानून वापिस लेने
की मांग करते हुए कहा कि जिस प्रकार सरेआम व्यापारियों को बिचौलिया व बेईमान जैसे
शब्दों का प्रयोग किया जा रहा है वो निंदनीय है। उन्होंने कहा कि किसान व आढ़तियों
का चौली-दामन का वर्षों पुराना नाता है लेकिन सरकार उनके भाईचारे को खत्म करना
चाहती है। किसान की मांगे जायज है। किसानों के लिए क्या जरूरी है ये बिना उनसे
संवाद किए सरकार कैसे बता सकती है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से सरकार एवं किसान के
बीच हुई बैठकें बेनतीजा रहीं, उसने मंडी व्यापार
की चिंता को बढ़ा दिया है। केन्द्र सरकार को बातचीत का विकल्प लेकर खुद किसानों की
बीच जाना चाहिए और उनकी व देश की तमाम जनता की आशंकाओं का दूर करना चाहिए।
राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के राष्ट्रीय महासचिव विकास गर्ग ने कहा कि
केन्द्र और किसानों के बीच की इस लड़ाई में व्यापारी वर्ग का पिसना शुरू हो गया
है। अब वक्त आ गया है कि दोनों पक्षों को थोड़ा नर्म रूख दिखाना चाहिए ताकि बातचीत
के जरिए जल्द से जल्द समस्या का समाधान हो सकें। ये अच्छी बात है कि दोनों ही
पक्षों ने वार्तालाप का विकल्प खुला छोड़ रखा है लेकिन जब तक केन्द्र सरकार कोई
ठोस प्रपोजल नहीं बनाती तब तक वार्तालाप का ये दौर बेमानी ही दिख रहा है।
राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन की घरौंडा कार्यकारिणी का गठन -
बैठक के दौरान प्रदेश अध्यक्ष गुलशन ढंग ने राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अशोक
बुवानीवाला की अनुशंशा से घरौंडा की कार्यकारिणी का गठन करते हुए गगन दीप विग को
संरक्षक, रोहित गोयल को प्रधान व विजेन्द्र गुप्ता
को उपप्रधान नियुक्त किया। इसके अलावा संदीप वर्मा को सचिव, अनिल मित्तल को कोषाध्यक्ष, प्रवीण गोयल को सलाहकार तथा रूपेश गोयल, पंकज जैन, मोनू जैन, जैकी, संजय गुप्ता, यशपाल घनघस, आनंद गोयल व विनोद जैन को सदस्य
कार्यकारिणी नियुक्ति किया गया।
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