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मकर संक्रांति पर्व तथा सेना दिवस के अवसर पर एक विश्व, एक परिवार, एक भविष्य विषयक संगोष्ठी सफलतापूर्वक सम्पन्न

abslm 15/1/2023  

abslm विश्व पाल, मीडिया प्रभारी  अध्यक्ष, जय जगत फाउण्डेशन (रजि.), लखनऊ

लखनऊ 15 जनवरी। जय जगत फाउण्डेशन, लखनऊ द्वारा एक विश्व, एक परिवार, एक भविष्य विषयक संगोष्ठी का आयोजन रविवार, 15 जनवरी, 2023 को  प्रधान कार्यालय  आशीर्वाद, उद्यान-2, एल्डिको कालोनी, रायबरेली रोड, लखनऊ में किया गया। संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में श्री हौसला प्रसाद पाल, शिक्षा सलाहकार तथा श्री हरी राम यादव, पूर्व सूबेदार मेजर पधारे। संगोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी श्री सीताराम पाल ने की । संगोष्ठी के संयोजक प्रदीप कुमार सिंह ‘पाल’ थे। 

संगोष्ठी का शुभारम्भ सर्वधर्म समभाव के संदेश देने वाले महापुरूषों के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके हुआ। साथ ही लखनऊ के दो सेना के शहीदों तथा 6 दिवंगत समाज सेवियों को पुष्पाजंलि अर्पित की गयी। 


श्री हौसला प्रसाद पाल ने पारिवारिक एकता के विचार को इस युग की सबसे बड़ी आवश्यकता बताया। पारिवारिक एकता की नींव पर ही सारी वसुधा को कुटुम्ब बनाने का विशाल भवन खड़ा किया जा सकता है। बच्चों को बाल्यावस्था से ही विश्व एकता की शिक्षा मिलनी चाहिए ताकि ये बच्चे बड़े होकर भारतीय संस्कृति के आदर्श वसुधैव कुटुम्बकम् को साकार करने के लिए विश्व की एक न्यायपूर्ण व्यवस्था बनाने में सबसे महत्वपूर्ण योगदान कर सके। 

श्री हरी राम यादव, पूर्व सूबेदार मेजर ने बताया कि उनके द्वारा लिखी गयी पुस्तक - शौर्य और पराक्रम का विमोचन कारगिल दिवस (26 जुलाई 2022) के अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल महोदया श्रीमती आनंदीबेन पटेल के कर कमलों द्वारा किया गया था। इससे पूर्व 2021 के कारगिल दिवस के अवसर पर मेरे द्वारा देसरी पुस्तक - वीरता और सम्मान का विमोचन देश के सबसे बड़े प्रदेश के मुखिया श्री योगी आदित्यनाथ जी ने किया था। इन पुस्तकों का प्रकाशन उत्तर प्रदेश सरकार के निदेशालय, सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास विभाग ने किया था। 

संयोजक प्रदीप कुमार सिंह ‘पाल’ ने कहा कि समाज को व्यवस्थित देखना है तो कानून का पालन होना चाहिए। सामाजिक शिक्षा के द्वारा बालक में परिवार तथा समाज के प्रति संवेदनशीलता विकसित की जानी चाहिए। विश्व के बच्चों को ऊँच-नीच तथा जात-पात के मतभेदों से बचाना चाहिये। 

संगोष्ठी में श्रीमती उमाजी पाल, श्रीमती मधु पाल, श्रीमती स्मिता पाल, श्रीमती नीतू सिंह, प्रसिद्ध कवि सूरज जौनपुरी, श्रीराम पाल, डा. सी.पी. पाल, श्री श्यामजी शुक्ला, श्री अजय पाण्डेय, इंजीनियर भानु प्रताप पाल, श्री बृज पाल, जिला नगीना, श्री सोम पाल, श्री श्याम पाल,  श्री अवधेश पाल, श्री विश्व पाल आदि ने पारिवारिक एकता पर अपने विचार व्यक्त किये। प्रिय जय जगत ने अपनी बाल सुलभ प्रतिभा से सभी का मन मोह लिया। 

संगोष्ठी की अध्यक्ष वरिष्ठ समाजसेवी श्री सीताराम पाल ने अन्त में सभी के प्रति हार्दिक आभार प्रकट किया।  


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