AABSLM

हमारी साइट में अपने समाचार सबमिट के लिए संपर्क करें

भगत सिंह की जयंती भारत में राष्ट्रीय नायक के रूप में मनाई जाती हैं

ABSLM  27/09/2025 

भगत सिंह की जयंती भारत में राष्ट्रीय नायक के रूप में मनाई जाती हैं, जिन्होंने साहस और बलिदान के साथ ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के विरुद्ध देश की आजादी के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था। यह शब्द लाॅयन्स क्लब सिरसा अमर के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी रमेश  स्थानीय कोर्ट कॉलोनी में भगत सिंह जयंती के अवसर पर संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा भगत सिंह भारतीय इतिहास के सबसे साहसी और प्रभावशाली स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थें। उन्हें उनकी बहादुरी, क्रांतिकारी विचारो और देश की आजादी के लिए सर्वोच्च बलिदान के लिए याद किया जाता हैं।श्री साहुवाला ने कहा भगत सिंह का सबसे प्रसिद्ध और सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला नारा था “इंकलाब जिंदाबाद”। इस नारे का अर्थ है “क्रांति अमर रहे” और इसने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कई लोगों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा अन्याय और अत्याचार के खिलाफ उनका निडर संघर्ष और सर्वोच्च बलिदान हर भारतीय के लिए एक मिसाल है। भगत सिंह जी की लड़ाई सिर्फ ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ़ ही नहीं, बल्कि जातिवाद और सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध भी थी। समानता व भाईचारे पर आधारित उनके ये विचार हमें सदैव प्रेरणा देते रहेंगे। उन्होंने कहा सैयद आगा हैदर एक महान व्यक्तित्व थे जिन्होंने भगत सिंह को फांसी की सजा नहीं सुनाई, बल्कि भगत सिंह के मामले में फैसला सुनाने से इनकार कर दिया और अपना इस्तीफा दे दिया।

श्री साहुवाला ने कहा भगत सिंह को विद्यार्थियों से बहुत सी अपेक्षाएं थी वे चाहते थे कि विद्यार्थी राजनीति और देश की परिस्थितियों का ज्ञान प्राप्त करें और उनके सुधार के विषय में विचार करने की योग्यता प्राप्त करें। वे देश की सेवा में तन, मन और धन से जुट जाएं और प्राणों को न्यौछावर करने में पीछे ना हटें। उन्होंने कहा भगत सिंह के जीवन से हमें स्वतंत्रता के प्रति अटूट प्रेम, उत्पीड़न के खिलाफ खड़े हाने का साहस, क्रांतिकारी विचार, आलाचनात्मक सोच, स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने का जज्बा और युवाओं को प्रेरित करने वाली विचारधारा की शिक्षा मिलती हैं। उनके जीवन से पता चलता है कि विचारों को नहीं मारा जा सकता और न्याय के लिए निंरतर संघर्ष करना चाहिए। उनकी निडर देशभक्ति और प्रगतिशील विचारधारा न्याय और समानता के लिए संघर्ष में पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। इस अवसर पर विजय गोयल, संदीप कुमार, वासु, नीलम, रीना, भावना, काजल, मुस्कान, पायल, जानवी आदि ने मिलकर भगत सिंह को स्मरण किया। 

--

निवेदन :- अगर आपको लगता है की ये लेख किसी के लिए उपयोगी हो सकता है तो आप निसंकोच इसे अपने मित्रो को प्रेषित कर सकते है